by Anita Pathak | Thought
don’t waste your trust, emotion and time on a wrong person or for a wrong person
by Anita Pathak | Thought, लेख
लेखक होना इतना आसान भी नहीं होता लेखक होना इतना आसान नही होता “लेखक” ये जितना छोटा शब्द है उसका उतना ही गहरा और व्यापक अर्थ है। नहीं, नहीं मैं अपने बारे में कुछ नहीं कहने वाली क्योंकि अब तक मैने खुद को लेखक के रूप में पूर्णतः स्वीकार नहीं किया है। लिखती...
by Anita Pathak | Uncategorized
वो परिंदा…!!! एक खुला आसमान और बिना बंधन का परिंदा कोई डर नहीं फिर भी रहता है सहमा हुआ सा पंख अपने बांध रखे थे हमेशा एक दायरे में थोड़ा सा उड़कर लौट आता वो अपने पिंजरे में कभी खुद को उन्मुक्त का एहसास ना होने दिया जो दूर था दूर ही रखा कभी पास ना आने दिया अचानक...